लड़ाई जारी है..एमएसपी की बारी है... जिसका संदर्भ है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों के वापसी के एलान के बाद शुक्रवार को गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा की एमएसपी भी एक बड़ा सवाल है, उस पर भी कानून बन जाए, क्योंकि किसान जो फसल बेचता है उसे वह कम कीमत पर बेचता है, जिससे बड़ा नुकसान होता है। अभी बातचीत करेंगे, यहां से कैसे घर जाएंगे, अभी बहुत से क़ानून सदन में है, उन्हें फिर ये लागू करेंगे, कृषि कानूनों की वापसी समेत विभिन्न मांगों को लेकर एक साल से अधिक समय से आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने लखनऊ में सोमवार को किसान महापंचायत बुलाई, कहा कि हम आंदोलन खत्म करने को तैयार हैं, लेकिन पहले एमसपी और दूसरे मुद्दों पर सरकार बात करे. वहीं तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की केंद्र की घोषणा के बावजूद किसान नेताओं का कहना है, कि जब तक सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाला कानून नहीं बनाती, तथा लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' को बर्खास्त नहीं करती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
Visit Us - http://www.inhnews.in/
Follow Us On Twitter - https://twitter.com/inhnewsindia
Our What's App Number - 9993022843
Incoming Search Terms,
#MSP #FarmersProtest #MinimumSupportPrice #FarmLawsRepeal #PMModi #NarendraModi #RakeshTikait #DrHimanshuDwivedi #INH24x7
Haribhoomi Chief Editor Dr Himanshu Dwivedi,
INH News Chief Editor Dr Himanshu Dwivedi,
Latest News,
Farmers Protest - लड़ाई जारी है..एमएसपी की बारी है 'चर्चा' प्रधान संपादक Dr Himanshu Dwivedi के साथ.